भगवान शिव के ये मंत्र दिलाएंगे दुख और कष्टों से छुटकारा
संपूर्ण ब्रह्मांड में बहुत सी रहस्यमयी शक्तियां होती हैं जो निरंतर ऊर्जा के रूप में प्रवाहित होती रहती हैं। इन शक्तियों का यदि विधिवत रूप से आह्वान किया जाए तो ये कष्टों एवं दुखों से छुटकारा दिलाकर जीवन में हमारा मार्ग प्रशस्त करती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यंत्र एवं मंत्र रहस्यमयी शक्तियाों तक पहुंचने का सशक्त माध्यम है। यदि इन मंत्रों की विधिवत प्रकार से पूजा अर्चना की जाए तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि ये हमें संबन्धित शक्तियों की कृपा का पात्र बनाते हैं।
सोमवार को भगवान शिव जी की पूजन-अर्चना का विशेष महत्व है। भगवान शिव का पूजन एवं आराधना करने से अनेक प्रकार के दोषों का शमन होता है। जिन्हें कालसर्प दोष हो या मृत्युतुल्य कष्ट हो उनके लिए निम्न मंत्रों द्वारा पूजा करने से रामबाण सा प्रभाव होता है। श्रद्धा भक्ति के साथ किया गया निम्न मंत्रों का जाप अवश्य सफल होता है।
# सर्वप्रथम भगवान शिव को स्नान करवाएं और निम्न मंत्र का जाप करें -
ॐ वरुणस्योत्तम्भनमसि वरुणस्य सकम्भ सर्ज्जनीस्थो | वरुणस्य ऋतसदन्यसि वरुणस्य ऋतसदनमसि वरुणस्य ऋतसदनमासीद् ||
# भगवान शिव की पूजा करते समय इस मंत्र का जाप करें
- ॐ ब्रह्म ज्ज्ञानप्रथमं पुरस्ताद्विसीमतः सुरुचो वेन आवः | स बुध्न्या उपमा अस्य विष्ठाः सतश्च योनिमसतश्च विवः ||
# भगवान शिव को गंध समर्पण करते समय इस मंत्र का जाप करें
- ॐ नमः श्वभ्यः श्वपतिभ्यश्च वो नमो नमो भवाय च रुद्राय च नमः | शर्वाय च पशुपतये च नमो नीलग्रीवाय च शितिकण्ठाय च ||
# भगवान शिव को पुष्प अर्पित करते समय इस मंत्र का जाप करें
- ॐ नमः पार्याय चावार्याय च नमः प्रतरणाय चोत्तरणाय च | नमस्तीर्थ्याय च कूल्याय च नमः शष्प्याय च फेन्याय च ||
# भगवान शिव को धूप अर्पित करते समय इस मंत्र का जाप करें
- ॐ नमः कपर्दिने च व्युप्त केशाय च नमः सहस्त्राक्षाय च शतधन्वने च | नमो गिरिशयाय च शिपिविष्टाय च नमो मेढुष्टमाय चेषुमते च ||
# भगवान शिव को नैवेद्य अर्पण करते समय इस मंत्र का जाप करें
- ॐ नमो ज्येष्ठाय च कनिष्ठाय च नमः पूर्वजाय चापरजाय च | नमो मध्यमाय चापगल्भाय च नमो जघन्याय च बुधन्याय च ||
# भगवान शिव को ताम्बूल पूंगीफल अर्पण करते समय इस मंत्र का जाप करें
- ॐ इमा रुद्राय तवसे कपर्दिने क्षयद्वीराय प्रभरामहे मतीः | यशा शमशद् द्विपदे चतुष्पदे विश्वं पुष्टं ग्रामे अस्तिमन्ननातुराम् ||
# भगवान शिव को सुगन्धित तेल अर्पण करते समय इस मंत्र का जाप करें
- ॐ नमः कपर्दिने च व्युप्त केशाय च नमः सहस्त्राक्षाय च शतधन्वने च | नमो गिरिशयाय च शिपिविष्टाय च नमो मेढुष्टमाय चेषुमते च ||
# भगवान शिव को दीप दर्शन कराते समय इस मंत्र का जाप करें
- ॐ नमः आराधे चात्रिराय च नमः शीघ्रयाय च शीभ्याय च | नमः ऊर्म्याय चावस्वन्याय च नमो नादेयाय च द्वीप्याय च ||
# भगवान शिव को बिल्वपत्र अर्पण करते समय इस मंत्र का जाप करें
- दर्शनं बिल्वपत्रस्य स्पर्शनं पापनाशनम् | अघोरपापसंहारं बिल्वपत्रं शिवार्पणम् ||
think of them as Sand paper.
They Scratch & hurt you,
but in the end you are polished and they are finished. ''
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